मंत्री के स्टाफ अधिकारियों ने महिला पत्रकार पर करवाया दो करोड़ की अड़ीबाजी का अपराध दर्ज़!!

मंत्री के स्टाफ अधिकारियों ने महिला पत्रकार पर करवाया दो करोड़ की अड़ीबाजी का अपराध दर्ज़!!

*मंत्री के स्टाफ अधिकारियों ने महिला पत्रकार पर करवाया दो करोड़ की अड़ीबाजी का अपराध दर्ज़!!*

Anam Ibrahim

7771851163 

*भोपाल/मप्र:* मंत्री के बंगले पर पत्रकार बन दो करोड़ की अडिबाजी करने वाली रिवा निवासी महिला पर थाना हबीबगंज मे हुआ मुक़दमा दर्ज

दरअसल प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट के तत्कालीन SOD व वर्तमान मे मंत्रालय मे पदस्थ...............

BBC OF INDIA. COM 

 द्वारा थाना हबीबगंज मे एक नेहा त्रिपार्टी नामक महिला के विरुध एक लिखित शिकायती पर्चा पेश किया गया चुनाँचे शिकायतनामे पर दर्ज मज़मुन ने सियासतखानो को फिर सबाब से जोड़ दिया फरियादी अधिकारी ने पुलिस को बताया कि

पूरी ख़बर को पढ़ने के लिए *bbcofindia व जनसम्पर्कLife* की लिंक को क्लिक करें 

 में मध्यप्रदेश लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग में अवर सचिव के पद पर पदस्थ हूं और इसके पहले मंत्री तुलसी सिलावट जी के विशेष सहायक के तौर पर कार्यरत था। साथ ही बताया कि मेरी पूर्व की स्थापना के दौरान अरोपिया नेहा त्रिपार्टी द्वारा 24/05/23 को मंत्री तुलसी सिलावट जी को संबोधित करते हुए एक शिकायत पत्र प्रस्तुत किया गया था शिकायत मे उनके कार्यालय स्टाफ मे पदस्थ लक्ष्मीकांत उपाध्याय के ऊपर एक वर्ष से मानसिक, शारीरिक शोषण और आर्थिक ठगी के संगीन आरोप लगाए थे । हैरत की बात है की इस के बाद आरोपिया द्वारा पुनः 13/07/23को एक अन्य शिकायत प्रस्तुत करते हुए आवेदक डॉ जीवन सिंह रजक एवं लक्ष्मीकांत उपाध्याय   

के खिलाफ आर्थिक एवं शारीरिक शोषण के गंभीर आरोप लगाए गए। आगे फरियादि की माने तो इसी क्रम में आरोपियां के द्वारा फिर दिनाक 21/6/2023को मंत्री तुलसी सिलावट के समक्ष हस्त लिखित पत्र प्रस्तुत किया गया पूर्व में जिसमे लक्ष्मीकांत उपाध्याय के ऊपर लगाए गए तमाम इल्जामों को वापस ले लिया गया था उसी दौरान आरोपिया की जानीब से यह भी वयक्त किया गया कि उसके द्वारा उक्त आक्षेप किसी व्यक्ति के बहकावे मे आकर लगाए गए थे। बात यहीं नहीं थमी इसके बाद भी आरोपिया द्वारा दिनाक 21/07/23को लिखें गए पत्र के जरिए से लक्ष्मीकांत उपाध्याय से अपने संबंध अच्छे बताए गए और विकास तिवारी, विमलेश व गाड़ी वाले जैन के ऊपर अशोभनीय हरकतें किए जाने के आक्षेप लगा दिए गए। इस प्रकार आरोपिया अपने आर्थिक हितों को पुरा करने के लिए अपनी इच्छाअनुसार मंत्री के स्टाफ पर आक्षेप लगाती रही और वापस लेती रही! सवाल ऐसी क़्या वज़ह थी जो बार बार एक महिला शिकायत कर के वापस ले रही थी?इस संबंध में स्टाफ के लगभग 11कर्मचारियों द्वारा आरोपिया के खिलाफ शासकीय कार्य मे अड़ंगा डालने की शिकायते की जा चुकी है! यह तो हो गई अपराध क्र 310 मे दफ़ा 389 के फरियादी बने डॉ जीवन रजक पिता मूलचंद रजक की की शिकायती दलिले लेकिन सवाल यह उठता है की मामले मे कितनी सच्चाई है? क्योंकि पिछले दो दशक मे मंत्रालय के अफ़सर व मंत्री महलो के मौसम मे मौशकी मोहब्बत की घुली मिली महक छोड़ती आ रही है ये कोई नई बात नहीं है वैसे 

रिवा जिले मे तैनात पत्रकारों के सूत्रों की माने तो महिला पूर्व से ही लोगो की झूटी शिकायते करने की आदि है लेकिन गौरतलब है की जब मामला एक साल पहले ही शिकायतों मे अफ़सर से दफ्तर सफ़र कर रहा था तो आरोपी महिला पर अपराध दर्ज होने मे एक वर्ष क्यों लग गए? क़्या मंत्री के अफसरों की कोई कमजोर कड़ी महिला के पास थी? या फिर  

महिला पर अपराध दर्ज करने के लिए पहले फरियादि अफसर को विशेष सलाकार के पद से हटाया 

जो भी मिडिया की आड़ मे अड़ीबाज़ी, व जिश्मफरोसी का करोबार काले से भी काला कलंक है चौथेस्थम्प के माथे पर